कश्मीर मुद्दे पर पीएम मोदी की नीतियों की कलई खुल रही है
जम्मू कश्मीर में हाल ही में हुए सेना के जवानों पर हमले के बाद एक बार फिर से इस तरह की मांग उठने लगी है कि पाकिस्तान को उसकी ही भाषा में जवाब दिया जाए। हालांकि भारत के गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने एक बार फिर से दोहराया है कि पाकिस्तान को जवाब देने के लिए सेना को खुली छूट दी गई है, इसके लिए सेना द्वारा चलाई गई गोलियों की जानकारी नहीं ली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा है कि सेना का हौसला कम नहीं होने दिया जाएगा और न ही देश का मस्तक झुकने दिया जाएगा। देश की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी हालिया सुंज्वा हमले के बाद कहा था कि इसकी कीमत पाकिस्तान को अदा करनी होगी। इस हमले में मारे गए जवानों का बदला लेने का समय और दिन भी हम ही तय करेंगे।