पंजाब देश का इकलौता ‘मोदी मुक्त’ राज्य है:5 आंकड़े तस्दीक करते हैं
भारतीय राजनीति में पंजाब का स्थान बड़ा अजूबा है. पंजाब, 2014 चुनाव में मोदी लहर से बेअसर रहा, तो 2009 चुनाव में कांग्रेस लहर से. यहां स्थानीय मुद्दे राजनीति पर हावी रहते हैं. कुछ एक परिवारों मसलन, बादल, कैरों, मजीठिया, बरार और पटियाला का शाही परिवार का दबदबा है और राज्य में बदलाव की बयार हावी रहती है.
फिर भी पंजाब की राजनीति में आमतौर पर एक बात देखी गई है. यहां की जनता तानाशाही नेताओं को बर्दाश्त नहीं करती. सदियों पहले की ये आदत आज भी बनी हुई है. वक्त सिकंदर का रहा हो, औरंगजेब का इंदिरा गांधी का या फिर मोदी का, पंजाब हमेशा तानाशाहों को नकारता आया है.