ज़िदगी से इश्क

Dec 02, 2016, 02:34 PM

ज़ीनत ने अपने मुंह मे सिगरेट लगाई ही थी कि देवानंद ने उनकी तरफ़ देखा. ज़ीनत ने उन्हें भी सिगरेट ऑफ़र की और उनकी आखों में देखते हुए अपने लाइटर से उसे जला दिया. देव ने पहला कश लिया ही था कि ज़ीनत ने कहा, ‘ मैं तुम्हारी जेनिस हूँ देव.’ देवानंद को हरे राम हरे कृष्ण की हीरोइन मिल गई थी. सुनिए देवानंद की पांचवीं पुण्य तिथि पर रेहान फ़ज़ल की विवेचना