छुक छुक रेल चली है जीवन की….
Aug 04, 2017, 12:32 PM
भारतीय रेल ने भारत के स्वाधीनता संग्राम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसकी शुरुआत हुई थी दक्षिण अफ़्रीकी नगर पीटरमेरिट्ज़बर्ग में जहाँ एक अंग्रेज़ ने ट्रेन से गाणधी का सामान प्लेटफ़ार्म पर फेंक दिया था. बाद में रेलवे का जितना दिक राजनीतिक इस्तेमाल महात्मा गांधी ने किया, उतना शायद किसी भी भारतीय राजनेता ने नहीं. अरूप चैटर्जी की किताब द परवेयर्स ऑफ़ डेस्टिनी- अ कल्चरल बायोग्राफ़ी ऑफ़ इंडियन रेलवेज़ पर सुनिए रेहान फ़ज़ल की विवेचना