मलका पुखराज- वो बाते तेरी वो फ़साने तेरे !
मलका पुखराज कभी भी कश्मीर के महाराजा हरि सिंह को नहीं भूलीं. जब उनकी आत्मकथा छप रही थी तो उनसे पूछा गया कि आप इसे किसे समर्पित करना चाहेंगी, तो उन्होंने बिना पलक झपकाए जवाब दिया था, महाराज हरि सिंह. उनके बेटे डाक्टर कर्ण सिंह बताते हैं कि 28 साल पहले जब वो दिल्ली के हमारे घर आई थीं, तो उन्होंने मुझे भीगी आँखों के साथ 100 रुपए नज़राने में दे कर कहा था, ‘ आपके घर का बहुत नमक खाया है मैंने !’ मलका पुखराज की 14 वीं पुण्य तिथि पर सुनिए रेहान फ़ज़ल की विवेचना