केरल में बाढ़ की ये है असली वजह, खतरनाक नजारा, 150 की मौत - Kerala Floods 2018
केरल के मुख्यमंत्री पिनारई विजयन ने शुक्रवार को कहा कि अथॉरिटी की तरफ से बड़े स्तर पर चलाए जा रहे राहत और बचाव कार्यों के चलते जो लोग अभी भी बाढ़ के कारण राज्य के किसी भी जगह पर फंसे हुए हैं उन्हें शाम तक बाहर निकाल लिया जाएगा। संवाददाता सम्मेलन में विजयन ने कहा शाम तक सभी बाढ़ में फंसे हुए लोगों को बाहर निकाल लिया जाएगा। मुझे विश्वास है कि हम ऐसा कर लेंगे। केन्द्र काफी मदद कर रहा है. उन्होंने कहा राहत और बचाव कार्यों में 16 आर्मी टीम के जवान, 28 नौसेना टीम के जवान और 39 राष्ट्रीय आपदा राहत बल (एनडीआरएफ) की टीमें शामिल हैं। एनडीआरएफ ने करीब चार हजार से ज्यादा लोगों को बचाया है. राज्य के ज्यादातर हिस्से पानी में डूब जाने, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के अस्थाई तौर पर के थम जाने, राज्य में भारी तबाही और मौत के बीच मुख्यमंत्री पी. विजयन ने यह माना है कि स्थिति काफी विकट है, लेकिन आनेवाले दिनों के लिए वह काफी सकारात्मक हैं। उन्होंने कहा 8 अगस्त से अब तक मरनेवालों की संख्या बढ़कर 164 हो गई है. स्थिति काफी गंभीर है, पूरा डूबा हुआ है, लेकिन हम इससे बाहर आएंगे। शुक्रवार सुबह से ही राहत और बचाव के कार्यों में केरल के कई जगहों पर भारतीय वायुसेना और आर्मी के जवानों को लगाया गया है। बचाव दल चौबीसों घंटे राहत कार्यों में जुटे हुए हैं। लगातार बारिश, भूस्खलन और बाढ़ के चलते करीब सौ से ज्यादा लोगों की जान चली गई है, जिसने वहां के सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था को अस्थायी तौर पर थाम कर रख दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केरल में बाढ़ के हालात का जायजा लेने के लिए आज शाम वहां जाएंगे। पीएम मोदी ने ट्वीट किया कि केरल में बाढ़ की वजह से बने दुर्भाग्यपूर्ण हालात का जायजा लेने के लिए वह आज शाम तक केरल पहुंच जाएंगे। प्रधानमंत्री ने आज सुबह केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन से बात की। पीएम मोदी ने कहा, ''हमने राज्यभर में बने बाढ़ के हालात पर चर्चा की और बचाव अभियान का जायजा लिया।