शिवसेना गुस्साई, बोली- मेंढक नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान में खाया 'गोबर'

Episode 42,   Aug 22, 2018, 05:20 AM

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होने के लिए पाकिस्तान गए कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। पाक सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा से गले मिलने के बाद सिद्धू को चौतरफा आलोचना का सामना करना पड़ रहा है। अब शिवसेना ने पाकिस्तान जाने और वहां के सेना प्रमुख से गले मिलने के लिए सिद्धू पर हमला बोलते हुए इसे 'बेशर्मी की हद' बताया है। अपने मुखपत्र सामना के एक लेख में शिवसेना ने भाजपा पर भी निशाना साधा है। 'सिद्धू का मेंढक' नाम से लिखे इस संपादकीय में लिखा है कि राहुल गांधी के सहयोगी ही उन्हें मुसीबत में डाल रहे हैं। लेख में आगे लिखा है कि बोल बच्चन नवजोत सिंह सिद्धू ने पाकिस्तान में जाकर गोबर खाया और उसकी छीटें कांग्रेस अध्यक्ष पर पड़ रही हैं। सिद्धू पर तीखा प्रहार करते हुए इसमें लिखा गया है, 'घर का ही कोई विवाह समारोह हो, ऐसा समझकर वे उस समारोह में उपस्थित हुए। पाकिस्तान के सेना प्रमुख से वे प्रेम से जब गले मिले तब नवजोत का चेहरा खुशी से दमक रहा था। तस्वीर ऐसी दिखाई दे रही थी कि नवजोत इमरान के मेहमान ना होकर उस समारोह के यजमान हों.. यह मामला बेगानी शादी में अब्दुल्ला दीवाना जैसा था। पिछले एक महीने से कश्मीर में आतंकवादी, पाकिस्तानी फौज व हमारी फौज के बीच मुठभेड़ बढ़ी है। जिस सेना प्रमुख को सिद्धू ने गले लगाया वही कश्मीर में हिंसा कर रहा है।' लेख में कहा गया है कि सिद्धू ने पाकिस्तान जाकर निर्लज्जता की हदें पार कर दी। सिद्धू पर हमला बोलते हुए इसमें कहा गया है कि अगर उनके मन में देशभक्ति की ज्योति जल रही होती तो वह पाकिस्तानी सेना प्रमुख के गले नहीं मिलते। लेख में आगे कहा गया है, 'वैसे भी इमरान की पार्टी के एक सांसद जावेद फैजल ने सिद्धू की तारीफ करते हुए उन्हें पाकिस्तान से चुनाव लड़ने का ऑफर दिया है। सिद्धू पहले भाजपा में थे बाद में कांग्रेस में चले गए। उनका मूल खून भाजपा का ही है.. सिद्धू मेंढक की तरह उछलते हुए वहां चले गए और अपनी फर्जी देशभक्ति उजागर कर दी।' शिवसेना ने संपादकीय में आगे लिखा है ‘इमरान के प्रधानमंत्री बनने से फायदा किसे हो रहा है ? वह तो केवल मुखौटा हैं, असली सत्ता तो पाकिस्तान की सेना के पास है। नोटबंदी का विरोध करने वाला और मोदी की नीतियों का विरोध करने वाल आज देशद्रोही करार दिया जाता है तो फिल पाकिस्तान में जाकर गोबर खाने वाले भी देशद्रोही ही हैं, ऐसा सरकार को कहना चाहिए।