प्रवीण तोगड़िया का बड़ा ऐलान, लोकसभा चुनाव में बढ़ाएंगे बीजेपी का टेंशन
विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) की नई कार्यकारिणी के गठन के बाद अलग-थलग पड़े प्रवीण तोगड़िया ने नए संगठन अंतरराष्ट्रीय हिंदू परिषद (एएचपी) के जरिए अपनी सक्रियता फिर तेज कर दी है। तहसील से लेकर जिले स्तर तक इसका असर दिखने लगा है। वीएचपी के साथ लंबे समय तक जुड़े रहनेवाले पदाधिकारी अब एएचपी का दामन थाम रहे हैं। तोगड़िया के संगठन की इस बढ़ती सक्रियता से अब वीएचपी में खलबली मचनी शुरू हो गई है। अक्टूबर में राम मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या कूच करने को लेकर तोगड़िया की बढ़ी सक्रियता ने वीएचपी को और मुश्किल में ला खड़ा किया है। यही वजह है कि अभी तक कोर्ट में चल रहे मामले पर 'वेट ऐंड वॉच' की भूमिका में रहने की बात कहने वाली वीएचपी अब स्थापना दिवस के बहाने यूपी के 800 स्थानों पर हिन्दू सम्मेलन के माध्यम से राम मंदिर सहित अन्य कई मुद्दों के साथ ही संगठन में हो रहे बिखराव को सहेजने की कोशिश में जुट गई है। पहले वीएचपी के धर्माचार्य संपर्क प्रमुख रहे और अब एएचपी के पूर्वी यूपी के लगभग 50 जिलों का काम देखने वाले क्षेत्र मंत्री जितेंद्र शास्त्री ने दावा किया है कि वीएचपी के 22 जिलों के संगठन मंत्रियों में से 18 अब एएचपी से जुड़ चुके हैं। उन्होंने बताया बुधवार को तोगड़िया का कार्यक्रम अयोध्या में है और वह यहां कई प्रमुख संत-महंतों से मिलेंगे। शास्त्री ने दावा किया कि अभी कई बड़े वीएचपी के पदाधिकारी एएचपी में शामिल होंगे, जिसमें कई बड़े संत-महंत भी हैं। जितेंद्र शात्री ने बताया 20 अक्टूबर को लखनऊ से अयोध्या कूच करने की तैयारी लगभग पूरी हो चुकी है। हालांकि उन्होंने कहा कि बुधवार को तोगड़िया के अयोध्या पहुंचने के बाद इस बारे में अंतिम निर्णय होगा।