योगी मोदी के राज में भगवान राम धरने पर बैठे, रामलीला हुई बंद !
यूपी के वाराणसी में दर्शक धनेसरा तालाब के पास ऐतिहासिक लाट भैरो रामलीला देखने जमा हुए थे। यहां शनिवार रात राम-केवट संवाद का मंचन होना था, लेकिन वहां का दृश्य देखकर दर्शक हैरान रह गए। दरअसल इंतजार हो रहा था राम-लक्ष्मण के स्टेज में संवाद बोलने का, लेकिन वे तो पूरे कॉस्ट्यूम में रामलीला कमिटी के दूसरे सदस्यों के साथ धरना दे रहे थे। सभी कलाकार तालाब के आसपास गंदगी के लिए प्रदर्शन कर रहे थे। उनका कहना था कि इससे वे बीमार हो रहे हैं। आयोजकों का दावा है कि लाट भैरो रामलीला 16वीं शताब्दी के मध्य से होती आ रही है। वैसे तो अदमपुरा इलाके में स्थित लाट भैरो मंदिर में ही रामलीला के अधिकतर दृश्यों का मंचन होता है, लेकिन इसे रियल टच देने के लिए राम-केवट संवाद का मंचन तालाब में ही होता है। जब केवट राम, लक्ष्मण और सीता को गंगा पार कराते हैं।